गणतंत्र दिवस पर देशभक्ति गीत (Republic Day Patriotic Songs): हर साल 26 जनवरी को मनाया जाने वाला गणतंत्र दिवस भारत के सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्वों में से एक है। यह दिन न केवल हमारे देश की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक विविधता और एकता का भी प्रतीक है। गणतंत्र दिवस के मौके पर, हम अपने देश के लिए अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए देशभक्ति गीतों का सहारा लेते हैं।
ये गीत न केवल हमें देशभक्ति की भावना से भर देते हैं, बल्कि हमें अपने देश के प्रति गर्व और सम्मान की भावना को भी महसूस कराते हैं। इन देशभक्ति गीतों में हमें अपने देश के लिए बलिदान देने वाले शहीदों की कहानियां मिलती हैं, जो हमें देशभक्ति की भावना से भर देती हैं। ये गीत हमें अपने देश के प्रति जिम्मेदारी की भावना को भी महसूस कराते हैं। इस लेख में, हम गणतंत्र दिवस के मौके पर कुछ विशेष देशभक्ति गीतों को साझा करेंगे, जो आपको देशभक्ति की भावना से भर देंगे।
तो आइए, गणतंत्र दिवस (Republic Day Patriotic Songs) के इस पावन मौके पर, हम अपने देश के लिए अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए इन देशभक्ति गीतों का सहारा लें…..
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1- मेरे देश की धरती (Mere Desh Ki Dharti)
मेरे देश की धरती सोना उगले,
उगले हीरे मोती,
मेरे देश की धरती।।
बैलों के गले में जब घुँघरू,
जीवन का राग सुनाते हैं,
ग़म कोस दूर हो जाते है,
खुशियों के कमल मुस्काते हैं,
सुन के रहट की आवाज़ें,
यूँ लगे कहीं शहनाई बजे,
आते ही मस्त बहारों के,
दुल्हन की तरह हर खेत सजे।
मेरे देश की धरती सोना उगले,
उगले हीरे मोती,
मेरे देश की धरती।।
जब चलते हैं इस धरती पर हल,
ममता अँगड़ाइयाँ लेती है,
क्यों ना पूजें इस माटी को,
जो जीवन का सुख देती है,
इस धरती पे जिसने जन्म लिया,
उसने ही पाया प्यार तेरा,
यहाँ अपना पराया कोई नही,
हैं सब पे है माँ उपकार तेरा।
मेरे देश की धरती सोना उगले,
उगले हीरे मोती,
मेरे देश की धरती।।
ये बाग़ हैं गौतम नानक का,
खिलते हैं अमन के फूल यहाँ,
गांधी सुभाष टैगोर तिलक,
ऐसे हैं चमन के फूल यहाँ,
रंग हरा हरिसिंह नलवे से,
रंग लाल है लाल बहादुर से,
रंग बना बसंती भगतसिंह,
रंग अमन का वीर जवाहर से।
मेरे देश की धरती सोना उगले,
उगले हीरे मोती,
मेरे देश की धरती।।
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2. आई लव माई इंडिया (I Love My India)
लंदन देखा
पैरिस देखा
और देखा जापान
माईकल देखा, एल्विस देखा
सब देखा मेरी जान
सारे जग में कहीं नहीं है
दूसरा हिंदुस्तान
दूसरा हिंदुस्तान
ये दुनिया एक दुल्हन
दुल्हन के माथे की बिंदिया
ये मेरा इंडिया
आई लव माई इंडिया
ये दुनिया एक दुल्हन
दुल्हन के माथे की बिंदिया
ये मेरा इंडिया
आई लव माई इंडिया
जब छेड़ा मल्हार किसी ने
झूमके सावन आया
आग लगा दी पानी में जब
दीपक राग सुनाया
सात सुरों का संगम ये जीवन गीतों की माला
हम अपने भगवान को भी कहते हैं बाँसुरी वाला
ये मेरा इंडिया
आई लव माई इंडिया
ये मेरा इंडिया
आई लव माई इंडिया
पीहू-पीहू बोले पपीहा, कोयल कूहू-कूहू गाये
हँसते, रोते, हमने जीवन के सब गीत बनाए
ये सारी दुनिया अपने-अपने गीतों को गाये
गीत वो गाओ जिससे इस मिट्टी की खुश्बू आये
आई लव इंडिया
आई लव माई इंडिया आई लव माई इंडिया, आई लव माई इंडिया
वतन मेरा इंडिया
सजन मेरा इंडिया
करम मेरा इंडिया
धरम मेरा इंडिया
ये दुनिया एक दुल्हन (x3)
दुल्हन के माथे की बिंदिया
ये मेरा इंडिया
आई लव माई इंडिया
वतन मेरा इंडिया
सजन मेरा इंडिया
करम मेरा इंडिया
धरम मेरा इंडिया
3. माँ तुझे सलाम (Maa Tujhe Salaam)
ओ ओ…
वन्दे.. मातरम वन्दे.. मातरम
वन्दे.. मातरम वन्दे.. मातरम
वन्दे.. मातरम वन्दे.. मातरम
वन्दे.. मातरम वन्दे.. मातरम
यहाँ वहां सारा जहाँ देख लिया है
कहीं भी तेरे जैसा कोई नहीं है
अस्सी नहीं
सौ दिन दुनिया घूमा है
नहीं कहीं तेरे जैसा कोई नहीं
मैं गया जहाँ भी
बस तेरी याद थी
जो मेरे साथ थी
मुझको तड़पाती रुलाती
सबसे प्यारी तेरी सूरत
प्यार है बस तेरा प्यार ही
माँ तुझे सलाम
माँ तुझे सलाम
ओ माँ तुझे सलाम
वन्दे.. मातरम वन्दे.. मातरम
वन्दे.. मातरम वन्दे.. मातरम
वन्दे.. मातरम वन्दे.. मातरम
वन्दे.. मातरम वन्दे.. मातरम
तेरे पास ही मैं आ रहा हूँ
अपनी बाहें खोल दे
ज़ोर से मुझको गले लगा ले
मुझको फिर वो प्यार दे
ओ ओ ओ..
तू ही जिंदगी है
तू ही मेरी मोहब्बत है
तेरे ही पैरों में जन्नत है
तू ही दिल, तू जां, अम्मा…
माँ तुझे सलाम
माँ तुझे सलाम
ओ माँ तुझे सलाम
माँ तुझे सलाम
वन्दे.. मातरम वन्दे.. मातरम
वन्दे.. मातरम वन्दे.. मातरम
वन्दे.. मातरम वन्दे.. मातरम
वन्दे.. मातरम वन्दे.. मातरम
वन्दे.. मातरम
4. दे दी हमें आज़ादी (De Di Hame Azadi)
दे दी हमें आज़ादी बिना खड़ग बिना ढाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
आंधी में भी जलती रही गाँधी तेरी मशाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
दे दी हमें आज़ादी बिना खड़ग बिना ढाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
धरती पे लड़ी तूने अजब ढब की लड़ाई
दागी न कही तोप न बंदूक चलाई
दुश्मन के किले पर भी न की तूने चढ़ाई
वाह रे फ़क़ीर खुब करामात दिखाई
चुटकी में दुश्मनों को दिया देश से निकाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
दे दी हमें आज़ादी बिना खड़ग बिना ढाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
रघुपति राघव राजा राम
शतरंज बिछा कर यहाँ बैठा था ज़माना
लगता था मुश्किल है फिरंगी को हराना
टक्कर थी बड़े ज़ोर की दुश्मन भी था ताना
पर तू भी था बापू बड़ा उस्ताद पुराण
मारा वो कास के दाव के उलटी सभी की चल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
दे दी हमें आज़ादी बिना खड़ग बिना ढाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
रघुपति राघव राजा राम
जब जब तेरा बिगुल बजा जवान चल पड़े
मज़दूर चल पड़े थे और किसान चल पड़े
हिन्दू वो मुसलमान
कदमों पे तेरे कोटि कोटि प्राण चल पड़े
फूलों की सेज छोड के दौडे जवाहर लाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
दे दी हमें आज़ादी बिना खड़ग बिना ढाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
रघुपति राघव राजा राम
मन में थी अहिंसा की लगन तन पे लँगोटी
लाखो में घूमता था लिए सताय की सोती
वैसे तो देखने में थी हस्ती तेरी छोटी
लेकिन तुझे झुकाती थी हिमालय की भी छोटी
दुनिया में तू बेजोड़ था इंसान बेमिसाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
दे दी हमें आज़ादी बिना खड़ग बिना ढाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
रघुपति राघव राजा राम
जग में कोई जिया है तो बापू तू ही जिया
तूने वतन की राह पे सब कुछ लुटा दिया
माँगा न कोई तख़्त न तो ताज ही लिया
अमृत दिया सभी को मगर खुद ज़हर पिया
जिस दिन तेरी चिता जली
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
दे दी हमें आज़ादी बिना खड़ग बिना ढाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
रघुपति राघव राजा राम।
5. ऐ मेरे वतन के लोगों (Aye Mere Watan Ke Logon)
ऐ मेरे वतन के लोगों
तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का
लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर
वीरों ने है प्राण
गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो
कुछ याद उन्हें भी कर लो
जो लौट के घर ना आये
जो लौट के घर ना आये
ऐ मेरे वतन के लोगों
ज़रा आँख में भर लो पानी
जो शहीद हुए हैं उनकी
ज़रा याद करो क़ुरबानी
तुम भूल ना जाओ उनको
इसलिए सुनो ये कहानी
जो शहीद हुए हैं उनकी
ज़रा याद करो क़ुरबानी
जब घायल हुआ हिमालय
खतरे में पड़ी आज़ादी
जब तक थी साँस लड़े वो
फिर अपनी लाश बिछा दी
संगीन पे धर कर माथा
सो गए अमर बलिदानी
जो शहीद हुए हैं उनकी
ज़रा याद करो क़ुरबानी
कोई सिख, कोई जाट मराठा
कोई सिख, कोई जाट मराठा
कोई गुरखा, कोई मदरासी
कोई गुरखा, कोई मदरासी
सरहद पर मरनेवाला
सरहद पर मरनेवाला
हर वीर था भारतवासी
जो खून गिरा पर्वत पर
वो खून था हिंदुस्तानी
जो शहीद हुए हैं उनकी
ज़रा याद करो क़ुरबानी
थी खून से लथ-पथ काया
फिर भी बंदुक उठाके
दस-दस को एक ने मारा
फिर गिर गए होश गँवा के
जब अंत समय आया तो
कह गए के अब मरते हैं
खुश रहना देश के
प्यारों
खुश रहना देश के
प्यारों
अब हम तो सफ़र करते हैं
अब हम तो सफ़र करते हैं
क्या लोग थे वो दीवाने
क्या लोग थे वो अभिमानी
जो शहीद हुए हैं उनकी
ज़रा याद करो क़ुरबानी
जय हिंद
जय हिंद की सेना
जय हिंद
जय हिंद की सेना
जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद
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Conclusion :-Republic Day Patriotic Songs
गणतंत्र दिवस (Republic Day Patriotic Songs) का यह पावन अवसर न केवल हमारे गौरवशाली इतिहास को स्मरण करने का दिन है, बल्कि देश के प्रति प्रेम, समर्पण और गर्व को महसूस करने का भी विशेष समय है। देशभक्ति गीतों की मधुर धुनें हर हृदय को प्रेरणा और उत्साह से भर देती हैं। ये गीत न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं, बल्कि राष्ट्र के प्रति हमारी अटूट निष्ठा और एकता के प्रतीक भी हैं। इन गीतों के साथ यह दिन सदा के लिए अविस्मरणीय बन जाता है।
FAQ’s:-Republic Day Patriotic Songs
Q. गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है?
Ans. गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। यह भारतीय संविधान के लागू होने का दिन है।
Q. गणतंत्र दिवस 2025 को कौन-सी वर्षगांठ मनाई जाएगी?
Ans. गणतंत्र दिवस 2025 को भारत की 76वीं गणतंत्र दिवस वर्षगांठ मनाई जाएगी।
Q. गणतंत्र दिवस क्यों महत्वपूर्ण है?
Ans. यह दिन हमारे संविधान के लागू होने और भारत को एक गणराज्य घोषित करने का प्रतीक है।
Q. गणतंत्र दिवस पर मुख्य कार्यक्रम कहां होता है?
Ans. गणतंत्र दिवस पर मुख्य कार्यक्रम नई दिल्ली के राजपथ (अब कर्तव्य पथ) पर होता है।
Q. गणतंत्र दिवस पर परेड में कौन भाग लेते हैं?
Ans. परेड में सशस्त्र बल, विभिन्न राज्यों की झांकियां, स्कूली बच्चे और सांस्कृतिक समूह भाग लेते हैं।